General knowledge competition exam preparation CET Haryana HSSC
Organic farming ऑर्गेनिक खेती प्राकृतिक खेती जैविक कृषि समूह नचार खेड़ा जींद हरियाणा इंडिया
https://ramukavikissan.blogspot.com/2025/11/e-work-enterprises-organic-farming.html
हमारे जीवन के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी व मनोरंजन सामग्री
General knowledge competition exam preparation CET Haryana HSSC
Organic farming ऑर्गेनिक खेती प्राकृतिक खेती जैविक कृषि समूह नचार खेड़ा जींद हरियाणा इंडिया
https://ramukavikissan.blogspot.com/2025/11/e-work-enterprises-organic-farming.html
ई वर्क इंटरप्राइजेज जैविक कृषि समूह हमारा खेती मॉडल
ई वर्क इंटरप्राइजेज ऑर्गेनिक फॉर्मिंग ग्रुप नचार खेड़ा जींद हरियाणा इंडिया
E Work Enterprises Organic Farming Group Nachar Khera Jind Haryana India
बेड बनाकर बिजाई की गई लगभग 20 प्रकार की सब्जी फ़सल औषधीय पौधों की बिजाई देसी बीज लाकर की गई
1 a पालक 1b चने 1c मटर 1d चौलाई 1e गेंदा 1f ग्वारपठा (Aloe Vera) 1g मरुआ 1h तुलसी
2,3,4 लहसुन, 2s चुकंदर, 3s शलगम 4s मूली,
5 a जीरा 5b
6 b सौंप
7 b धनिया, मेथी
8 गाजर
9 मटर
10 खाली
11 सरसों
चिकित्सा प्रेमी बंधुओं आप लोगों से करबद्ध अनुरोध है अपने घर के माताओं एवं बहनों से प्रेम पूर्वक कहे कि अपने रसोई घर में कम से कम 48 औषधि का समूह जरूर होना ही चाहिए । तभी हमारा रसोईघर संसार का सबसे अच्छा आरोग्य केन्द्र हो सकता है । वह निम्न प्रकार है -
1. सेंधा नमक 2 काला नमक 3 हरी मिर्च 4 हल्दी 5 धनिया 6 जीरा 7 हीग 8 राई 9 मेथी दाना 10 लहसुन 11 पुदिना । 12 अजवायन 13 सज्जिखार 14 अदरक 15 सुखा अदरक ( सोंठ ) 16 काली मिर्च 17 पीपरामूल 18 लौंग 19 इलायची बड़ी 20 इलायची छोटी 21 तामलपत्र 22दालचीनी 23 इमली 24 जायफल 25 मीठा नीम 26 नींबू 27 खसखस 28 गुड़ 29 तिल 30 तुलसी 31 धृत 32 मूंगफली 33 सिंघाडा फल 34 साबुदाना 35 शहद 36 हरड 37 केशर 38 कपूर 39 मूंगफली 40 आंवला 41 फिटकिरी ( तुरटी ) 42 मिश्री 43 सरसों का तेल 44 तलमखाना 45 त्रिफला 46 तिल का तेल 47 सॉफ 48 सुपारी
इन 48 मसालों के बलबूते पर आप छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज अपने घर में बिना किसी दूसरी औषधि के कर सकते हैं।
*📢 फेल हुए छात्रों के लिए सुनहरा मौका!*
_HBSE HOS मार्च 2026 परीक्षा फॉर्म (10वीं व 12वीं – CTP / Re-appear)_
🗓️ *फॉर्म शुरू होंगे:* 24 नवम्बर 2025
🗓️ *आखिरी तारीख (बिना लेट फीस):* 02 दिसम्बर 2025
*📄 अपने सभी दस्तावेज तैयार रखें! ऑनलाइन लिंक 24 नवम्बर को एक्टिव होगा।*
💱 *अभी चल रही भर्तियां*
Online vacancy admission result form
💱 *RRB NTPC* (ग्रेजुएशन) -5810 पोस्ट
💱 *RRB NTPC (12TH) - 3100+ पोस्ट*
💱 *RRB J.E.* 2570 पोस्ट
💱 *HBSE 10TH पंजाबी एडिशनल*
💱 *PSTCL क्लर्क* -35 पोस्ट
💱 *PSTCL DIVISIONAL अकाउंटेंट* -11 पोस्ट
💱 *PSTCL JE*- 131 पोस्ट
💱 *PSTCL* टेलीफोन मैकेनिक - 10 पोस्ट
💱 *PSTCL* क्लर्क(अकाउंटेंट) -15 पोस्ट
💱 *PSTCL* क्लर्क(Typist) - 35 पोस्ट
💱 *पंजाब आंगनबाड़ी वर्कर* -1300+ पोस्ट
💱 *पंजाब आंगनबाड़ी* हेल्पर - 4100+ पोस्ट
💱 *KVS/NVS TGT* -6215 पोस्ट
💱 *KVS/NVS PGT* -2978 पोस्ट
💱 *KVS/NVS PRT* - 3365 पोस्ट
💱 *KVS/NVS लैब अटेंडेंट* -165 पोस्ट
💱 *KVS/NVS क्लर्क* -1266 पोस्ट
💱 *KVS/NVS लाइब्रेरियन* -147 पोस्ट
💱 *पंजाब सेंट्रल यूनिवर्सिटी* (PCU) क्लर्क - 09 पोस्
💱 *ECGC प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO)*- 30 पोस्ट
💱 *CCRH दिल्ली क्लर्क* -27 पोस्ट
💱 *CSIR IIIM MTS* -19 पोस्ट
💱 *DTU क्लर्क* -50 पोस्ट
💱 *नाबार्ड ASST मैनेजर -48 पोस्ट*
💱 *HBSE हरियाणा OPEN 10TH/12TH* फ्रेश एडमिशन
💱 *PSSSB क्लर्क* -69 पोस्ट💱 *PSSSB GROUP D* -331 पोस्ट
💱 *इंटेलिजेंस बीयूरो* MTS - 361 पोस्ट
💱 *PSSSB* JE (मैकेनिकल) - 35 पोस्ट
नवंबर 2025 में अप्लाई हो रहे ऑनलाइन फॉर्म और सरकारी योजनाएं Online vacancy admission result form
प्राकृतिक खेती जैविक खेती की शुरुआत Starting of natural farming organic farming
प्राकृतिक जैविक खेती खेत की तैयारी बिजाई बेड बनाकर कैसे लहसून बोई गोलू मोनू सोनित प्रिशा की वीडियो देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करेंप्राकृतिक खेती जैविक खेती की जरूरी बात है जहर मुक्त खेती होती है कम बजट यानि कम से कम लागत में काम चल जाता है रामू कवि किसान नचार द्वारा ई नेचुरल फॉर्मिंग शुरू कर दी गई है
ऑर्गेनिक (जैविक) खेती न करके अंधाधुंध केमिकल खेती करने के परिणाम आज हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए बेहद गंभीर हो चुके हैं। आपने जो सवाल पूछे हैं, वे आज के समय की सबसे कड़वी सच्चाई हैं।
यहाँ विभिन्न रिपोर्ट्स और अध्ययनों (जैसे WHO, ICMR और कृषि विशेषज्ञों) के आधार पर आपके सवालों के जवाब और आंकड़े दिए गए हैं:
1. एक आदमी एक साल में कितना यूरिया "खा" जाता है?
यहाँ "खाने" का अर्थ है कि फसलों और पानी के माध्यम से हमारे शरीर में जाने वाला केमिकल लोड।
* अप्रत्यक्ष खपत: एक अनुमान के मुताबिक, भारत में प्रति व्यक्ति (per capita) उर्वरक (Fertilizer) की खपत लगभग 137 किलोग्राम से अधिक है। इसका मतलब है कि एक व्यक्ति के भोजन को पैदा करने के लिए खेत में साल भर में औसतन 137 किलो केमिकल डाला जा रहा है।
* शरीर में प्रभाव: हम सीधा यूरिया नहीं खाते, लेकिन यूरिया के कारण भोजन और पानी में नाइट्रेट (Nitrate) की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई है।
* विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, पीने के पानी में नाइट्रेट की सीमा 45-50 mg/liter होनी चाहिए, लेकिन पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में यह 100 mg/liter से भी ऊपर पाई गई है।
* यह नाइट्रेट शरीर में जाकर 'ब्लू बेबी सिंड्रोम' और पेट के कैंसर का कारण बनता है।
2. फसलों के माध्यम से कितना कीटनाशक (Pesticide) जहर शरीर सोखता है?
यह आंकड़ा सबसे ज्यादा डराने वाला है। कीटनाशक सीधे तौर पर जहर हैं जो हमारे शरीर में जमा होते रहते हैं।
* दैनिक खुराक: कुछ रिपोर्ट्स और मीडिया आँकड़ों (जैसे India Today और अन्य रिपोर्ट्स) के अनुसार, एक भारतीय व्यक्ति औसतन हर रोज लगभग 0.27 मिलीग्राम से लेकर 0.5 मिलीग्राम तक कीटनाशक अवशेष (Pesticide Residue) भोजन के जरिए निगल रहा है।
* अमेरिकी नागरिक से तुलना: यह मात्रा एक औसत अमेरिकी नागरिक द्वारा निगले जाने वाले कीटनाशक से लगभग 40 गुना ज्यादा बताई जाती है।
* माता के दूध में जहर: गंगा के मैदानी इलाकों (जैसे हरियाणा, पंजाब, यूपी) में किए गए अध्ययनों में माताओं के दूध में भी कीटनाशक (DDT और BHC) के अवशेष पाए गए हैं, जो नवजात शिशुओं के लिए बेहद घातक हैं।
3. शरीर को होने वाले नुकसान के आंकड़े (Health Impact Statistics)
केमिकल खेती के कारण जो बीमारियां बढ़ी हैं, उनके आंकड़े स्पष्ट कहानी कहते हैं:
* कैंसर का विस्फोट:
* इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, भारत में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पंजाब के बठिंडा से बीकानेर जाने वाली ट्रेन को "कैंसर ट्रेन" कहा जाने लगा है, क्योंकि वहां के हर घर में केमिकल खेती के दुष्प्रभावों के कारण कैंसर के मरीज हैं। हरियाणा के कपास पट्टी वाले क्षेत्रों में भी कैंसर दर राष्ट्रीय औसत से ऊपर है।
* प्रजनन क्षमता में कमी (Infertility):
* कीटनाशकों के कारण पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या (Sperm Count) में पिछले कुछ दशकों में 50% तक की गिरावट दर्ज की गई है।
* महिलाओं में PCOD और हार्मोनल असंतुलन के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं।
* डायबिटीज और बीपी:
* मिट्टी में जिंक, मैग्नीशियम और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों (Micronutrients) की कमी हो गई है। यूरिया-डीएपी वाली फसलों में पोषक तत्व नहीं होते, जिससे शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो रही है। भारत अब दुनिया की "डायबिटीज कैपिटल" बन चुका है।
4. अन्य पर्यावरणीय नुकसान
* मिट्टी की मौत: मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन (जो 1% से ऊपर होना चाहिए) अब घटकर 0.3% - 0.4% रह गया है। मिट्टी बंजर होने की कगार पर है।
* मित्र कीटों का नाश: केंचुए और मित्र कीट, जो किसान के साथी थे, जहरीले रसायनों से खत्म हो चुके हैं।
निष्कर्ष
हरियाणा, जो कि रामू कवि किसान (नचार खेड़ा, जींद) जैसे कवियों की धरती है, वहां की माटी का यह हाल चिंताजनक है। जैसा कि रामू कवि अपनी रचनाओं में हरियाणा की खुशहाली का जिक्र करते हैं ("म्हारा हरियाणा, देखो सारा सिमाणा"), उस खुशहाली को बचाने के लिए अब जैविक (ऑर्गेनिक) या प्राकृतिक खेती की तरफ लौटना सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि मजबूरी बन गया है।
प्राकृतिक जैविक खेती (Natural Organic Farming) के कई महत्वपूर्ण फायदे हैं, जो किसानों, उपभोक्ताओं और पर्यावरण सभी के लिए लाभकारी हैं।
किसानों की दृष्टि से लाभ:
* उत्पादन लागत में कमी: रासायनिक उर्वरकों और महँगे कीटनाशकों पर निर्भरता कम या समाप्त हो जाती है, क्योंकि प्राकृतिक इनपुट (जैसे गोबर, गोमूत्र, हरी खाद, जीवामृत) खेत पर ही तैयार किए जा सकते हैं, जिससे खेती की लागत बहुत कम हो जाती है।
* मिट्टी के स्वास्थ्य और उर्वरता में सुधार: जैविक खाद, फसल अवशेषों और प्राकृतिक तरीकों के उपयोग से मिट्टी की जैविक संरचना (Organic Matter) बढ़ती है, जिससे मिट्टी की उर्वरता लंबे समय तक बनी रहती है और उसमें जल धारण क्षमता (Water Retention Capacity) में सुधार होता है।
* किसानों की आय में वृद्धि: लागत कम होने और जैविक उत्पादों की बाज़ार में बढ़ती माँग के कारण किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिलता है, जिससे शुद्ध आय (Net Income) बढ़ती है।
* सिंचाई अंतराल में वृद्धि: मिट्टी की बेहतर जल धारण क्षमता के कारण कम पानी की आवश्यकता होती है और सिंचाई के बीच का समय बढ़ जाता है, जिससे पानी की बचत होती है।
* टिकाऊ खेती: यह कृषि को एक स्थायी (Sustainable) स्तर पर बनाए रखने में मदद करती है, क्योंकि यह प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करती है।
उपभोक्ता और स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभ:
* रसायन-मुक्त, स्वस्थ भोजन: जैविक खेती में सिंथेटिक कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग नहीं होता है, जिससे उपज में हानिकारक रसायनों के अवशेष नहीं होते हैं। यह मानव और पशु स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है।
* पोषक तत्वों से भरपूर उपज: स्वस्थ मिट्टी में उगाई गई फसलें अक्सर एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों में अधिक समृद्ध होती हैं।
* रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि: जैविक उत्पादों का सेवन करने से मनुष्य और पशुओं में बीमारियों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ती है।
पर्यावरण की दृष्टि से लाभ:
* प्रदूषण में कमी: रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के उपयोग से होने वाले जल, वायु और भूमि प्रदूषण को कम करने में मदद मिलती है।
* जैव विविधता (Biodiversity) का संरक्षण: यह खेती की मित्र कीटों, पक्षियों और अन्य जीवों के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करती है, जिससे खेत और पारिस्थितिकी तंत्र की जैव विविधता बढ़ती है।
* जलवायु परिवर्तन शमन (Climate Change Mitigation): जैविक पद्धतियों से मिट्टी में कार्बनिक कार्बन (Organic Carbon) का स्तर बढ़ता है, जो कार्बन डाइऑक्साइड को मिट्टी में बाँधने (Carbon Sequestration) में मदद करता है और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करता है।
संक्षेप में, प्राकृतिक जैविक खेती एक ऐसी पद्धति है जो कम लागत पर पर्यावरण-अनुकूल तरीके से स्वस्थ और गुणवत्तापूर्ण भोजन का उत्पादन करती है।
प्राकृतिक खेती कारण और प्रक्रिया जैविक खेती की शुरुआत Starting of natural farming organic farming
लहसुन की खेती के बारे में पूरी जानकारी के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें
https://sachakisan.blogspot.com/2025/10/harvesting-of-garlic.html
प्राकृतिक खेती (जिसे अक्सर जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग - ZBNF भी कहा जाता है) के सिद्धांत भारत में कृषि वैज्ञानिक और पद्म श्री सुभाष पालेकर जी ने विकसित किए थे। यह खेती के चार मुख्य स्तंभों पर आधारित है, जो मिट्टी के स्वास्थ्य को बहाल करने और बाहरी इनपुट पर निर्भरता को खत्म करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं:
🌱 प्राकृतिक खेती के चार मुख्य स्तंभ (Four Pillars of Natural Farming)
1. बीजामृत (Beejamrit)
यह बीज और अंकुरण (germination) की सुरक्षा के लिए एक उपचार है।
* उद्देश्य: बीजों को मिट्टी जनित और पानी जनित रोगों से बचाना, खासकर अंकुरण के प्रारंभिक चरण में।
* सामग्री: इसमें गाय का गोबर, गाय का मूत्र, चूना (lime), और मिट्टी को मिलाकर घोल तैयार किया जाता है।
* उपयोग: बुवाई से पहले बीजों को इस घोल से उपचारित किया जाता है।
2. जीवामृत (Jeevamrit)
यह मिट्टी में उपयोगी सूक्ष्मजीवों (Microbes) की संख्या बढ़ाने के लिए एक जैविक कैटालिस्ट (उत्प्रेरक) है।
* उद्देश्य: मिट्टी में मौजूद केंचुओं और अन्य सहायक सूक्ष्मजीवों को सक्रिय करना। ये सूक्ष्मजीव पौधों के लिए मिट्टी से आवश्यक पोषक तत्वों (Nutrients) को उपलब्ध कराते हैं।
* सामग्री: इसे गाय का गोबर, गाय का मूत्र, गुड़, दाल का आटा (जैसे बेसन), और खेत की मिट्टी को पानी में मिलाकर तैयार किया जाता है और कुछ दिनों के लिए फर्मेंट (किण्वित) होने दिया जाता है।
* उपयोग: इसे फसलों की सिंचाई करते समय या सीधे मिट्टी पर समय-समय पर डाला जाता है।
3. आच्छादन (Mulching / Achhadan)
यह मिट्टी को बचाने और नमी बनाए रखने का प्राकृतिक तरीका है।
* उद्देश्य:
* वाष्पीकरण रोकना: मिट्टी की सतह को ढककर रखना ताकि नमी उड़ न जाए और सिंचाई की आवश्यकता कम हो।
* तापमान नियंत्रण: अत्यधिक गर्मी या ठंड से मिट्टी को बचाना।
* जैविक खाद: जब आच्छादन सामग्री सड़ती है, तो वह धीरे-धीरे मिट्टी को जैविक खाद प्रदान करती है।
* उपयोग: खेत में पिछली फसल के अवशेषों, सूखी पत्तियों, या हरी फसल के कचरे से मिट्टी की सतह को ढक देना।
4. वाफसा (Vapasa)
यह वायु और नमी के बीच संतुलन बनाए रखने की एक तकनीक है।
* उद्देश्य: मिट्टी में पानी की ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा को हटाना और वायु-छिद्रों को खोलना, जिससे जड़ों को पर्याप्त ऑक्सीजन (वायु) मिल सके।
* 'वाफसा' का अर्थ: ऐसी स्थिति जब मिट्टी में न तो बहुत अधिक पानी हो (जो जड़ों को गला देता है) और न ही वह पूरी तरह सूखी हो, बल्कि मिट्टी में पर्याप्त नमी और साथ ही हवा भी हो।
* उपयोग: यह सुनिश्चित करने के लिए कि खेत में आवश्यकतानुसार और कम सिंचाई की जाए, तथा मिट्टी की जुताई या उसकी ऊपरी परत को पलटने से बचें।
ये चार स्तंभ एक साथ काम करते हैं, जिससे मिट्टी एक स्वस्थ, आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र बन जाती है और किसान को महंगे रासायनिक इनपुट पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है।
6 प्रकार के एलिमेंट्स यानि एनपीके बनाने का तरीका
General knowledge Haryana GK SSC CET Haryana
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन सेट हरियाणा ग्रुप के सेट हरियाणा ग्रुप डी के लिए हरियाणा सामान्य ज्ञान से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तक
https://ramukavikissan.blogspot.com/2025/08/sara-haryana-yahan-samana-by-ramu-kavi.html
प्राकृतिक खेती से संबंधित से कृषि से संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सवालों के लिए नीचे दिए लिंक पे क्लिक करें
https://ramukavikissan.blogspot.com/2025/11/e-natural-farming-nachar-khera-jind.html
October 2025 में अप्लाई हो रहे ऑनलाइन फॉर्म Online form government job vacancy result admission
IGNOU December 2025 में होने वाले एग्जाम के लिए एक्जाम फीस कटनी शुरू हो गई है antim tithi 20 October 2025
https://ramukavikissan.blogspot.com/2020/06/ignou-assignment-admission-result.html
1. दिल्ली पुलिस कांस्टेबल
पद संख्या :- 7565
योग्यता :- 12वीं पास
अंतिम तिथि :- 21.10.2025
2. दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल
पद संख्या:- 509
योग्यता :- 12वीं पास
अंतिम तिथि:- 20.10.2025
3. दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल (AWO/TPO)
पद संख्या :- 552
योग्यता :- 12वीं पास
अंतिम तिथि:- 15.10.2025
4. दिल्ली पुलिस कांस्टेबल(ड्राइवर)
पद संख्या :- 737
योग्यता :- 12वीं पास
अंतिम तिथि :- 15.10.2025
5. दिल्ली पुलिस सब- इंस्पेक्टर
पद संख्या :- 2861
योग्यता :- स्नातक पास
अंतिम तिथि :- 16.10.2025
6. Assistant Professor (RPSC)
पद संख्या:- 574
अंतिम तिथि :- 19.10.2025
7. UGC- NET (December -2025)
योग्यता :- Post Graduate
अंतिम तिथि :- 17.11.2025
8. CSIR-NET(December -2025)
योग्यता :- Post Graduate
अंतिम तिथि :- 24.10.2025
हैवी ड्राइविंग लाइसेंस की क्या प्रक्रिया है और किस तरह से बनवाया जा सकता है
https://ramukavikissan.blogspot.com/2025/09/heavy-driving-licence-training-traffic.html
हरियाणा महिलाओं को मिलेंगे राशन डिपो ऑनलाइन आवेदन जल्दी शुरू होंगे rasn राशन
https://ramukavikissan.blogspot.com/2023/07/ration-dipo-ration-deepo-dipot-pds.html
सरकारी नौकरी के फॉर्म जो अभी निकले हुए हैं :- 👇
Online form government job vacancy result admission
1. पंजाब योगा टीचर - 100 पोस्ट
अंतिम तिथि - 09 सितम्बर
2. IB ड्राइवर - 455 पोस्ट्स
अंतिम तिथि - 25 सितम्बर
3. LIC AAO - 350 POSTS
अंतिम तिथि - 08 सितम्बर
4. IGNOU BA/MA/NTT एडमिशन
अंतिम तिथि - 15 सितम्बर
5. IGNOU BA/MA/NTT एडमिशन
अंतिम तिथि - 15 सितम्बर
6. दिल्ली High कोर्ट अटेंडेंट -300 पोस्ट्स
अंतिम तिथि - 20 सितम्बर
7. दिल्ली Forest गार्ड - 52 पोस्ट
अंतिम तिथि - 15 सितम्बर
8. IBPS ग्रामीण बैंक क्लर्क - 8000 पोस्ट्स
अंतिम तिथि - 21 सितम्बर
9. IBPS ग्रामीण बैंक PO -5000+
अंतिम तिथि - 21 सितम्बर
10. HBSE भिवानी OPEN 10TH/12TH
अंतिम तिथि - 03 अक्टूबर
11. BSF HC (Ro/Rm) -1121 पोस्ट
अंतिम तिथि - 20 सितंबर
12. PPSC सिविल SERVICES - 331 पोस्ट
अंतिम तिथि - 14 सितंबर
13. CCRAS LDC/MTS - 300+
अन्तितम तिथि - 22 सितंबर
14. चंडीगढ़ TGT भर्ती - 104 पोस्ट
अंतिम तिथि - 05 सितम्बर
15. IB JIO - 394 पोस्ट्स
अंतिम तिथि - 14 सितम्बर
16. नवोदय 9वीं/11वीं एडमिशन
अंतिम तिथि - 22 सितंबर
17. दिल्ली HIGH कोर्ट प्रोसेस सर्वर
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन सेट हरियाणा ग्रुप के सेट हरियाणा ग्रुप डी के लिए हरियाणा सामान्य ज्ञान से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तक
https://ramukavikissan.blogspot.com/2025/08/sara-haryana-yahan-samana-by-ramu-kavi.html
IGNOU December 2025 में होने वाले एग्जाम के लिए एक्जाम फीस कटनी शुरू हो गई है
https://ramukavikissan.blogspot.com/2020/06/ignou-assignment-admission-result.html
हरियाणा महिलाओं को मिलेंगे राशन डिपो ऑनलाइन आवेदन जल्दी शुरू होंगे rasn राशन
https://ramukavikissan.blogspot.com/2023/07/ration-dipo-ration-deepo-dipot-pds.html
सरकारी नौकरी के फॉर्म जो अभी निकले हुए हैं :- 👇
Online form government job vacancy result admission
1. पंजाब योगा टीचर - 100 पोस्ट
अंतिम तिथि - 09 सितम्बर
2. IB ड्राइवर - 455 पोस्ट्स
अंतिम तिथि - 25 सितम्बर
3. LIC AAO - 350 POSTS
अंतिम तिथि - 08 सितम्बर
4. IGNOU BA/MA/NTT एडमिशन
अंतिम तिथि - 15 सितम्बर
5. IGNOU BA/MA/NTT एडमिशन
अंतिम तिथि - 15 सितम्बर
6. दिल्ली High कोर्ट अटेंडेंट -300 पोस्ट्स
अंतिम तिथि - 20 सितम्बर
7. दिल्ली Forest गार्ड - 52 पोस्ट
अंतिम तिथि - 15 सितम्बर
8. IBPS ग्रामीण बैंक क्लर्क - 8000 पोस्ट्स
अंतिम तिथि - 21 सितम्बर
9. IBPS ग्रामीण बैंक PO -5000+
अंतिम तिथि - 21 सितम्बर
10. HBSE भिवानी OPEN 10TH/12TH
अंतिम तिथि - 03 अक्टूबर
11. BSF HC (Ro/Rm) -1121 पोस्ट
अंतिम तिथि - 20 सितंबर
12. PPSC सिविल SERVICES - 331 पोस्ट
अंतिम तिथि - 14 सितंबर
13. CCRAS LDC/MTS - 300+
अन्तितम तिथि - 22 सितंबर
14. चंडीगढ़ TGT भर्ती - 104 पोस्ट
अंतिम तिथि - 05 सितम्बर
15. IB JIO - 394 पोस्ट्स
अंतिम तिथि - 14 सितम्बर
16. नवोदय 9वीं/11वीं एडमिशन
अंतिम तिथि - 22 सितंबर
17. दिल्ली HIGH कोर्ट प्रोसेस सर्वर
Heavy Driver Conductor Licence
ड्राइविंग के "2 सेकंड और 3 सेकंड का नियम" का मतलब है कि आपको सड़क पर अपने आगे चल रहे वाहन से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखनी चाहिए।
यह दूरी इस तरह होनी चाहिए कि अगर आपका अगला वाहन अचानक ब्रेक लगाता है, तो आपके पास प्रतिक्रिया करने और अपनी गाड़ी को सुरक्षित रूप से रोकने के लिए पर्याप्त समय हो।
* 2 सेकंड का नियम: सामान्य परिस्थितियों में (सूखी सड़क और अच्छी विजिबिलिटी) आपको आगे वाली गाड़ी से कम से कम 2 सेकंड की दूरी बनाए रखनी चाहिए।
* 3 सेकंड का नियम: खराब मौसम (जैसे बारिश, बर्फ, या धुंध) या रात में गाड़ी चलाते समय, आपको सुरक्षा के लिए यह दूरी बढ़ाकर 3 सेकंड कर देनी चाहिए।
आप इस दूरी को कैसे माप सकते हैं?
* सड़क के किनारे किसी निश्चित वस्तु (जैसे साइनबोर्ड, पेड़ या खंभा) को देखें।
* जब आपके आगे वाली गाड़ी उस वस्तु से गुजरती है, तो गिनना शुरू करें: "एक हजार एक, एक हजार दो, एक हजार तीन..." (यह लगभग एक सेकंड के बराबर होता है)।
* अगर आप उस वस्तु तक पहुँचने से पहले गिनती पूरी कर लेते हैं, तो आप एक सुरक्षित दूरी पर हैं। अगर आप गिनती पूरी होने से पहले ही उस वस्तु तक पहुँच जाते हैं, तो आपको दूरी बढ़ाने की ज़रूरत है।
सारा हरियाणा देखो सारा सिमाणा विषय सूची, कुल 28 राज्य हैं तो 28 विषय बनाए गए हैं हमारे द्वारा सुविधा के लिए