हम कहां स्टार हैं
नहीं भाई हम कहां स्टार हैं
बस हम तो जमीन से, जुड़े कलाकार हैं
तंग हैं वर्तमान गंदी राजनीति से
हम तो दबे-कुचले जमीदार हैं
गाली देना तक सीखा नहीं हमने तो
बस मात-पिता ने सिखाया सदाचार है
किस पार्टी को कहूं मैं बढ़िया
हर एक में बढ़कर, फैला भ्रष्टाचार है
आसमान से आकर टपके नहीं नेता
यहां पूरा समाज ही इसमें भागीदार है
बस सिर्फ चुनावों के वक्त ही सूध आती
देते स्वामीनाथन रिपोर्ट का हवाला बार-बार है
बिजली-पानी मुद्दे भी इलेक्शन के वक्त
बाकी 5 साल इनका सब करते इंतजार हैं
मंदिर मस्जिद तुड़वाते, हिंदू मुस्लिम लड़वाते
बनाया पाखंड व धर्म को व्यापार है
खाते पीते हमारा उगाया-बनाया ये
ऑफिसर भी नेता के तलवे चाटते गद्दार है
कोई कमी नहीं छोड़ी लूटने में, किसान मजदूर को
चाहे किसी कमजर्फ़ की सरकार है
किसी की हिम्मत नहीं इनके खिलाफ लड़े
हमारे तो सिर्फ दो हैं, इनके हाथ हजार हैं
चाहे घाटा हो या मुनाफा, पर मजबूरी है
हमें तो हर हाल में, खेती करना स्वीकार है
पढ़े लिखे युवा भी बैचैन, भटक रहे हैं
हर बिरादरी का शिक्षित वर्ग बेरोजगार है
छोटू राम, चरण सिंह, शास्त्री से संत रहे ना
अब तो अपना पेट पीटने वालों की भरमार है
सब नुस्खे फैल हो गए, न दर्द को लगती दवा
अपनी भारत माता इतनी ज्यादा बीमार है
क़सूर सिर्फ उनका नहीं दोस्त इसमें
कहीं ना कहीं रामू भी जिम्मेवार है
नहीं भाई हम कहां स्टार हैं
बस हम तो जमीन से, जुड़े कलाकार हैं
तंग हैं वर्तमान गंदी राजनीति से
हम तो दबे-कुचले जमीदार हैं
गाली देना तक सीखा नहीं हमने तो
बस मात-पिता ने सिखाया सदाचार है
किस पार्टी को कहूं मैं बढ़िया
हर एक में बढ़कर, फैला भ्रष्टाचार है
आसमान से आकर टपके नहीं नेता
यहां पूरा समाज ही इसमें भागीदार है
बस सिर्फ चुनावों के वक्त ही सूध आती
देते स्वामीनाथन रिपोर्ट का हवाला बार-बार है
बिजली-पानी मुद्दे भी इलेक्शन के वक्त
बाकी 5 साल इनका सब करते इंतजार हैं
मंदिर मस्जिद तुड़वाते, हिंदू मुस्लिम लड़वाते
बनाया पाखंड व धर्म को व्यापार है
खाते पीते हमारा उगाया-बनाया ये
ऑफिसर भी नेता के तलवे चाटते गद्दार है
कोई कमी नहीं छोड़ी लूटने में, किसान मजदूर को
चाहे किसी कमजर्फ़ की सरकार है
किसी की हिम्मत नहीं इनके खिलाफ लड़े
हमारे तो सिर्फ दो हैं, इनके हाथ हजार हैं
चाहे घाटा हो या मुनाफा, पर मजबूरी है
हमें तो हर हाल में, खेती करना स्वीकार है
पढ़े लिखे युवा भी बैचैन, भटक रहे हैं
हर बिरादरी का शिक्षित वर्ग बेरोजगार है
छोटू राम, चरण सिंह, शास्त्री से संत रहे ना
अब तो अपना पेट पीटने वालों की भरमार है
सब नुस्खे फैल हो गए, न दर्द को लगती दवा
अपनी भारत माता इतनी ज्यादा बीमार है
क़सूर सिर्फ उनका नहीं दोस्त इसमें
कहीं ना कहीं रामू भी जिम्मेवार है
Bhaishabh jma gajb
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