सुविचार सूक्तियां मतलब कुछ अच्छी पंक्तियां Quotas अनमोल वचन
Distance will tell you the real meaning of closeness
दूरियां ही बताएगी नजदीकियों का असली मतलब
वक्त कहता है मैं फिर न आऊंगा,
मुझे खुद नहीं पता
तुझे हसाऊंगा या रुलाऊंगा,
जीना है तो इस पल को जी ले, क्योंकि
मै किसी भी हाल में इस पल को, अगले पल तक रोक न पाऊंगा।
✨मैं वक्त हूं चलता जाऊंगा✨
*संघर्ष के समय कोई*
*नजदीक नहीं आता,*
*और..*
*सफलता के बाद*
*किसी को आमंत्रित*
*नहीं करना पड़ता..!*
*गलती जीवन का एक पन्ना है*
*लेकिन रिश्ता पूरी किताब है*
*जरुरत पड़ने पर*
*गलती का पन्ना फाड़ देना*
*लेकिन एक पनने के लिए पूरी
*किताब कभी ना खो देना*
*"समस्या" के बारे में सोचने से,*
*बहाने मिलते हैं*
*"समाधान" के बारे में सोचने*
*से हमें रास्ते मिलते हैं*
*सिर्फ संतोष ढूँढिये, आवश्यकताएं तो कभी समाप्त नही होंगी...”॥*
*गलत सोच और गलत अंदाजा*
*इंसान को हर रिश्ते से*
*गुमराह कर देता है*
*बुरा वक्त एक ऐसी तिजोरी है जंहा से सफलता के हथियार मिलते हैं*
*ख़ामोशी की तह में,* *छुपा लीजिए सारी उलझनें;* *
*शोर कभी......* *मुश्किलों को आसान नहीं करता!*
*"गलतियां"*
*सुधारी जा सकती है,*
*"गलतफहमियां"*
*भी सुधारी जा सकती है,*
*लेकिन....*
*”गलत धारणाएं"*
*कभी सुधारी नही जा सकती..!!
*अनमोल वचनः*
*खिचड़ी अगर रसोईघर में पके तो बीमार व्यक्ति के लिए दवाई का काम करती हैं,लेकिन अगर खिचड़ी "दिमाग" में पके तो अच्छे-भले इंसान को भी बीमार कर देती हैं.....*
*"बहस" और "बातचीत" में एक बड़ा फर्क होता है।*
*"बहस" सिर्फ़ यह सिद्ध करती है, कि कौन सही है, जबकि "बातचीत" यह तय करती है, कि क्या सही है।*
*उस पछतावे के साथ मत जागिये,*
*जिसे आप कल*
*पूरा नहीं कर सके...*
*उस संकल्प के साथ जागिये,*
*जिसे आपको आज*
*पूरा करना है...*
वक्त कहता है मैं फिर न आऊंगा,
मुझे खुद नहीं पता
तुझे हसाऊंगा या रुलाऊंगा,
जीना है तो इस पल को जी ले, क्योंकि
मै किसी भी हाल में इस पल को, अगले पल तक रोक न पाऊंगा।
✨मैं वक्त हूं चलता जाऊंगा✨
*संघर्ष के समय कोई*
*नजदीक नहीं आता,*
*और..*
*सफलता के बाद*
*किसी को आमंत्रित*
*नहीं करना पड़ता..!*
*गलती जीवन का एक पन्ना है*
*लेकिन रिश्ता पूरी किताब है*
*जरुरत पड़ने पर*
*गलती का पन्ना फाड़ देना*
*लेकिन एक पनने के लिए पूरी
*किताब कभी ना खो देना*
*"समस्या" के बारे में सोचने से,*
*बहाने मिलते हैं*
*"समाधान" के बारे में सोचने*
*से हमें रास्ते मिलते हैं*
*सिर्फ संतोष ढूँढिये, आवश्यकताएं तो कभी समाप्त नही होंगी...”॥*
*गलत सोच और गलत अंदाजा*
*इंसान को हर रिश्ते से*
*गुमराह कर देता है*
*बुरा वक्त एक ऐसी तिजोरी है जंहा से सफलता के हथियार मिलते हैं*
*ख़ामोशी की तह में,* *छुपा लीजिए सारी उलझनें;* *
*शोर कभी......* *मुश्किलों को आसान नहीं करता!*
*"गलतियां"*
*सुधारी जा सकती है,*
*"गलतफहमियां"*
*भी सुधारी जा सकती है,*
*लेकिन....*
*”गलत धारणाएं"*
*कभी सुधारी नही जा सकती..!!
*अनमोल वचनः*
*खिचड़ी अगर रसोईघर में पके तो बीमार व्यक्ति के लिए दवाई का काम करती हैं,लेकिन अगर खिचड़ी "दिमाग" में पके तो अच्छे-भले इंसान को भी बीमार कर देती हैं.....*
*"बहस" और "बातचीत" में एक बड़ा फर्क होता है।*
*"बहस" सिर्फ़ यह सिद्ध करती है, कि कौन सही है, जबकि "बातचीत" यह तय करती है, कि क्या सही है।*
*उस पछतावे के साथ मत जागिये,*
*जिसे आप कल*
*पूरा नहीं कर सके...*
*उस संकल्प के साथ जागिये,*
*जिसे आपको आज*
*पूरा करना है...*
सफर का मजा लेना है तो सामान कम रखिए
मैं चाहता तो टांग देता सूरज को तुम्हारे माथे पर बिंदी की तरह
परंतु इस जमाने में मैं अंधेरे के खिलाफ हूं







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