25 July 2019 डेली करंट अफेयर ऐतिहासिक जानकारी
Daily Current Affairs History
आयकर दिवस कब मनाया जाता है
24 जुलाई को
भारत में सर्वप्रथम 24 जुलाई 1861 में टैक्स की शुरुआत हुई थी इसलिए हर वर्ष 24 जुलाई को इनकम टैक्स दिवस मनाया जाता है और अबकी बार 2019 में 159वां आयकर दिवस मनाया गया
गोवा
गोवा राज्य के पर्यटन विकास निगम ने प्लास्टिक की वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया है
हाल ही में किस व्यक्ति को आईसीसी समिति का प्रमुख नियुक्त किया गया है
एहसान मणि
हाल ही में जारी फॉर्चून ग्लोबल 500 की सूची में शामिल होने वाली सिर्फ भारतीय कंपनी कौन सी है?
RIL
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड
किस देश के वैज्ञानिकों द्वारा प्लास्टिक जैसी सामग्री का विकास किया गया है
बांग्लादेश
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक कितने मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन हेतु सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना का लक्ष्य रखा है
40000 मेगा वाट
हाल ही में गुटनिरपेक्ष आंदोलन के मंत्री स्तरीय बैठक कहां पर आयोजित की गई
वेनेजुएला में
हिंदी अलंकार
अलंकार का शाब्दिक अर्थ है आभूषण यह गहना।
जो वाक्य दोहा गद्य पद्य के अर्थ को सुशोभित करे वह अलंकार कहलाता है।
अहंकार तीन प्रकार के होते हैं - शब्द अलंकार, अर्थ अलंकार अलंकार, उभय अलंकार या आधुनिक अलंकार
शब्दालंकार - यह शब्द पर आश्रित होते हैं और इसके उदाहरण हैं अनुप्रास अलंकार यमक अलंकार स्लेष अलंकार ।
i) रघुपति राघव राजा राम (यहां र वर्ण की कई बार आवृत्ति है)
ii) तोते ने नोच दिया (यह पूरा वाक्य तवर्ग से बना है इसलिए यहां अनुप्रास अलंकार है)
यमक अलंकार - जो शब्द दो या दो से अधिक बार आए परंतु उसके अलग-अलग अर्थ हो वहां यमक अलंकार होता है।
जैसे- कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय
जो खाए वो राय जो पाए वो राय
ii) चांद को देखकर, चांद, चांद चांद हो गया।
iii) रोशनी के चले जाने से, रोशनी परेशान हो गई;
दीपक ने आकर दीपक जलाया।
iv) तीन बेर खाती थी, तीन बेर खाती हैं।
v) ऊंचे घोर मंदिर में रहने वाली ऊंचे घोर मंदिर में रहती है।
श्लेष अलंकार - जहां एक शब्द एक, दो या अधिक बार आए परंतु उसका अर्थ एक रहे वहां श्लेष अलंकार होता है।
i) रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून।
पानी गए न ऊबरे मोती मानुष चून।।
ii) प्रीतम मेरा लाल मुझे लौटा दो।
iii) मैं चाहे तुझे मन भी दे दूं, फिर भी मेरा विश्वास नहीं होगा।
जैसे- कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय
जो खाए वो राय जो पाए वो राय
ii) चांद को देखकर, चांद, चांद चांद हो गया।
iii) रोशनी के चले जाने से, रोशनी परेशान हो गई;
दीपक ने आकर दीपक जलाया।
iv) तीन बेर खाती थी, तीन बेर खाती हैं।
v) ऊंचे घोर मंदिर में रहने वाली ऊंचे घोर मंदिर में रहती है।
श्लेष अलंकार - जहां एक शब्द एक, दो या अधिक बार आए परंतु उसका अर्थ एक रहे वहां श्लेष अलंकार होता है।
i) रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून।
पानी गए न ऊबरे मोती मानुष चून।।
ii) प्रीतम मेरा लाल मुझे लौटा दो।
iii) मैं चाहे तुझे मन भी दे दूं, फिर भी मेरा विश्वास नहीं होगा।
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